युवाओं से मेरी यह अपेक्षा है कि वे प्राचीन भारतीय आयुर्वेद के ज्ञान को आधुनिक परिप्रेक्ष्य में विकसित करते हुए भारत की इस महान विरासत के जरिए राष्ट्र को नई दिशाएं दें।
श्री हरिभाऊ किसनराव बागड़ेमाननीय कुलाधिपति महोदय
""हमारे छात्रों का स्वागत है। हम एक समृद्धि और साझेदारी भरे माहौल में उनका स्वागत करते हैं, ताकि हर विद्यार्थी अपनी अद्वितीय प्रकृति एवम् प्रतिभा के साथ शिक्षा के क्षेत्र में सफलता प्राप्त कर सके।" "
डॉ. देव स्वरुपकुलपति